मंगलवार, 18 नवंबर 2008

मैं और मेरी नौकरी -पार्ट ८

पिछले आठ दिनों से मैं इस कशमकश में था कि आपको अब यह बताऊँ या वोः, आखिर हमारे कार्यालय इतना हप्पेनिंग जो है॥ फिर डिसाइड किया कि आज आपको साथियों को प्रोत्साहित किए जाने वाले तरीकों के बारे में बताऊँगा॥

यह तो आप मानेंगे ही कि पैसा, रुतबा और पॉवर से कोई प्रोत्साहित नही होता इसीलिए हमारे कार्यालय ने कई नायब तरीके खोज निकाले है हम सब को प्रोत्साहित करने के लिए॥

साल में कम से कम २-३ पार्टियों का आयोजन तो आम बात है, जैसा हर पार्टी का रिवाज़ होता है वैसे ही हमारे यहाँ भी धम्चिक्क डीजे जजूर आता है और एक ही गाने पर हमको कम से कम २० बार तो नाचता ही है॥ गाना भी याद हो जाता है और नाच का नाच भी॥ इन समारोहों में आपका परिवार भी आमंत्रित होता है। समारोह इतना सम्मोहक होता है कि आप अगर भूल भी जाएँ तो आपका परिवार आपको उसकी याद दिलाता रहता है॥ बताइए सिर्फ़ एक पार्टी से ही कार्यालय को पूरे परिवार कि लोयाल्टी मिल जाती है॥

इसी तरह हमारे यहाँ ऐसे साथियों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित भी किया जाता है। तरह तरह के सम्मान है ..जैसे कि - बॉस द्वारा सबको ईमेल का भेजा जाना कि अमुख साथी ने यह तीर मारा मेरी मदद से॥ साथी इस प्रोत्साहन से हवा में न उड़ने लगे इसको नियंत्रित करने के लिए बड़ाई के साथ साथ अगर २-३ सीख भी दे दी जाती है तो इसमे बुराई ही क्या है॥

सभी साथी एक से दिखे और प्रोत्साहित रहे इसके लिए भेश्भुषा का नियम भी काबिलेतारीफ है॥ अब आप आसानी से पुरूष और महिला में भेद कर सकते है॥ इस नियम से कुछ साथी तो इतने खुश दिखे कि पूछो मत आखिर अब वोः अपने प्राचीन वस्त्रों का उपयोग तो कर सकेंगे॥

हमारे कार्यालय का एक प्रयास है कि हर साथी स्वाभिमानी और देशभक्त बने इसी कारन हर साल हर साथी अपनी बड़ी हुई कमाई का एक बड़ा हिस्सा पहले टैक्स के रूप में देता है॥ आखिर देश तो घर परिवार से पहले ही आता है न॥

कितना फिट बैठता है न वोः गाना हमारे कार्यालय पर - दिल दिया है जान भी देंगे ये कार्यालय तेरे लिए॥

3 टिप्‍पणियां:

रवि रतलामी ने कहा…

आपका कार्यालय लाजवाब लगता है. गूगल का ऑफिस है क्या?

CoolMood ने कहा…

Dekho na kaise kaise comments mil rahen hain....tumne to company ka naam buland kar diya!!

:)

Sanjayneverserious ने कहा…

namaste raviratlami ji, aap jaise technologybaaz ka sir par haath rahega to google kya humara karyalay pooja wale google ki tarah mahkega..