हमारी कंपनी बहुत ही दूरदर्शी है, जब से दूरदर्शन पर महाभारत देखी, और विशेषता वोह अभिमन्यु का माँ के पेट में चक्रव्हूय तोड़ना सीखना; तब से ठान लिया कि जो जहाँ है उसको वही पढायेंगे बस फिर क्या था यह ट्रेनिंग कंटेंट का बिज़नस खोल लिया। कितनी समानता है अभिमन्यु कि ट्रेनिंग और हमारी ट्रेनिंग में - पढ़ तो लेते है पर दिया गया कार्य बस पूरा नही कर पाते। फिर से न आप .....अरे यह स्टुडेंट कि प्रॉब्लम है।
हम बहुत ही प्रोसेस ओरिएंतेद कंपनी है, कोई भी काम जो ऑनलाइन हो सकता है उसकी हार्ड कॉपी ज़रूर मांगते है आखिर इस इन्टरनेट का क्या भरोसा कब बंद हो जाए इसलिए हार्ड कॉपी टीओ होनी ही चाहिए...उसमे तो सिर्फ़ फटने और आग लगने का ही डर है।
हमारे प्रोसस्सेस कि तो मिसाल दुनिया में कम ही मिलती है, अब आप इस ओये पंगा मत ले (OPM) टूल को ही लीजिये, इससे क्लाइंट कभी भी यह पता नही लगा सकता कि उसके प्रोजेक्ट में चल क्या रहा है...अरे....हम क्लिएंट्स को दर्द कम देना चाहते है। सुना नही आपने ...जितना कम जानोगे उतना खुश रहोगे।
हम ओंन दा जॉब तालीम में विश्वास रखते है...कहते है इससे एक्सपेरिएंस मिलता है..तभी तो हमारे सारे साथी सीधे क्लाइंट के काम पर हाथ साफ़ करते है, इसका फायदा यह भी होता है कि क्लाइंट को भी हमारे साथियों के साथ ज्यादा वक़्त बिताने को मिलता है। अब वोह रिलेशनशिप ही क्या ..जिसमे कुछ खट पट न हो...मतलब learning।
शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2008
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8 टिप्पणियां:
guru chaa gaye....main sarika bhi tumahari chatra banne ke liye atur hoon....
apne kam hoti khopdi ka gyan baant kar kratarth kariye
Kya ucch vichar hain aapke company aur company ke kaam ke baare mein....aap SALES mein KYA KAR RAHE HO?!?!
Aap ko to MARKETING mein hona chahiye.......
No coolmood. Marketing nahin. He should be heading the division.
Damn good write-ups Neverserious. Maybe when the blog is found out and you are fired, you could think of making a career in writing.
Seriously, work towards it. Your days are numbered....hahhahaha
Sukriya Manish, Coolmood aur Priya; Koshish rahegi ki regular likta rahoon ...jab tak naukari hai,..:)
नेवर सीरियस? वेरी सीरियस!
Well, this is the first time..one has to THINK TWICE or MAYBE SEVERAL TIMES before popularizing a good piece of writing.....
What say??? :)
Sanjay ji, Never knew your writing skills. Should take over the content writing also. But really enjoyed reading it all. Kataksh!!
Supriya
Maja aa gaya padh ke...kya sahi vistaarpoorwak chitra darshaya hai office ka :)
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